नई दिल्ली, दिल्ली में यलो अलर्ट के तहत लागू तमाम पाबंदियों के बीच दिल्ली मेट्रो यात्रियों को ज्यादा दिक्कत पेश आ रही है। 29 दिसंबर से सिर्फ 50 फीसद सिटिंग कैपिसिटी के साथ दौड़ रही दिल्ली मेट्रो के प्रत्येक कोच में सिर्फ 25 यात्री ही सफर कर पा रहे हैं। इसके चलते दिल्ली-एनसीआर के लाखों यात्रियों की परेशान बढ़ गई है। स्थिति यह बन गई है कि 20 मिनट का मेट्रो का सफर तय करने के लिए 30 मिनट तक मेट्रो स्टेशनों के बाहर प्रवेश के लिए लाइनों में लगना पड़ रहा है। दिल्ली में सोमवार को भी मेट्रो स्टेशनों के बाहर लंबी-लंबी लाइनें देखने को मिलीं।   

30 मिनट से 1 घंटे तक अधिक समय लग रहा सफर में

दिल्ली मेट्रो में भी यलो अलर्ट की पाबंदियों का असर रोजाना खासतौर से पीकर आवर में दिखाई दे रहा है। स्थिति यह बन गई है कि रोजाना 30 मिनट से 1 घंटे तक का वेटिंग टाइम बढ़ गया है, क्योंकि नियमानुसार मेट्रो स्टेशन परिसर में ही यात्रियों को प्रवेश की अनुमति नहीं मिल रही है। सुबह 6 बजे से ही मेट्रो स्टेशनों के बाहर लंबी-लंबी लाइन लग जाती है। ऐसे में पीकर आवर में लोगों की परेशानी का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।

लोग देर से पहुंच रहे दफ्तर और घर

मेट्रो में पाबंदी के चलते सुबह और शाम को ज्यादा परेशानी देखने को मिल रही है। पिछले तकरीबन एक सप्ताह से रोजाना ही लोगों को सुबह और शाम को मेट्रो स्टेशनों के बाहर लाइनों से जूझना पड़ रहा है। इसके चलते लोग दफ्तर और घर देरी से पहुंच रहे हैं। बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 29 दिसंबर को यलो अलर्ट की घोषणा की थी। इसके बाद अगले ही दिन सुबह से मेट्रो में भी नए नियम लागू हो गए। सरकार के इस फैसले से कुछ लोग संतुष्ट तो कुछ मेट्रो यात्री नाराज हैं। लोगों का कहना है कि मेट्रो स्टेशनों के बाहर ही घंटों तक खड़े होना पड़ रहा है तो हम काम कैसे करेंगे। इसके साथ वापसी में एक घंटे देरी से घर पहुंच रहे हैं।