एक फिल्म है केजीएफ, जिसका एक डायलॉग बहुत ही फेमस हुआ है। वो डायलॉग है-'एक मां से बड़ा योद्धा कोई नहीं होता' और इस बात से शायद ही कोई इंकार करे। एक मां ही होती है, जो अपने बच्चों के लिए कुछ भी कर जाती है। ऐसा ही कुछ एक उदाहरण अभी हाल ही में जालंधर की एक मां ने सेट किया है। जालंधर की एक महिला ने अपनी चुनौतियों से लड़कर अपनी बेटी के सपनों को सपोर्ट करने के लिए पराठा स्टॉल लगाया है। फेमस फूड ब्लॉगर गौरव वसन ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर जलंधर पंजाब की एक महिला का वीडियो शेयर किया था। उनका नाम नेहा शर्मा है और वह एक क्वालिफाइड लॉयर हैं। नेहा के पति उन्हें और उनकी 1 साल की बेटी को छोड़कर चले गए थे। उसके बाद उन्होंने खुद को और बेटी को अकेले संभाला। नेहा के मुताबिक वह पंजाब का सबसे बड़ा पराठा बनाती हैं। 

गौरव वसन ने अपने यूट्यूब चैनल पर नेहा की पूरी जर्नी दिखाई है। नेहा ने बताया कि लॉकडाउन के बाद से ही उन्होंने यह स्टॉल लगाना शुरू किया था।उन्हें पहले थोड़ा अजीब लगा था कि एकदम से ऐसे सड़क पर सामने आना, पता नहीं वह कैसे सब करेंगी। नेहा ने अपने शुरुआती समय पर बात करते हुए बताया, 'जब लोग मुझसे पूछते हैं कि यही क्यों शुरू किया तो मेरे पास यही जवाब होता है कि मेरे पास इतनी सेविंग्स नहीं थी। इसमें इन्वेस्टमेंट कम थी, सभी सामान घर से लाना था तो शुरू कर दिया। जब पहली बार पराठा बनाया था तो बहुत डर था कि पता नहीं बन पाएगा या नहीं। मैंने पहले-पहले आए कस्टमर को टूटे पराठे भी परोसे और उन्हें खा भी लिए। फिर धीरे-धीरे सब करना आ गया।'

नेहा सुबह-सुबह अपनी स्कूटी से अपने स्टॉल पर आती हैं और तब पराठा बनाने की तैयारी करती हैं। उनके फूड स्टॉल का नाम शर्मा पराठा जंक्शन है। अब नेहा की बेटी 15 साल की हैं और भारत को ओलंपिक्स में एथलेटिक्स में रिप्रेजेंट करना चाहती हैं। बस अपनी बेटी के सपने के लिए ही वह इतनी मेहनत कर रही हैं

नेहा ने अपने स्टॉल की शुरुआत पहले बस पराठा-चाय से की थी। फिर धीरे-धीरे उन्होंने पराठे के विकल्प भी बढ़ाए। अब उनके स्टॉल में आलू,प्याज, गोभी, पनीर के पराठे के साथ-साथ पूरी-सब्जी, छोले, मैगी, सैंडविच सभी चीजें मिलती हैं। नेहा सुबह 5 बजे उठती हैं और घर से ही कुछ 1-2 सब्जियों की तैयारियां करके आती हैं। अपने स्टॉल पर फिर वह सब्जियां बनाने से लेकर पराठे बनाने तक में जुट जाती हैं