कहते हैं मेहनत करने वालों की हार नहीं होती, ये बात सही भी है क्योंकि आप कितनी भी बार फेल क्यों ना हो मेहनत और लगन कभी ना कभी अपना असर दिखा ही देती है। चाहे फिल्मी दुनिया हो या फिर स्पोर्ट्स सेलेब्स की बात हो हमेशा बड़े-बड़े नामों को याद किया जाता है, लेकिन कभी किसी ने ये नहीं सोचा कि ये बड़े-बड़े नाम किस स्ट्रगल से आगे बढ़े हैं और कैसे इन लोगों ने अपनी जगह बनाई है।कड़ी दर कड़ी, मुकाम दर मुकाम आगे बढ़ने की इच्छा किसी इंसान को अर्श पर ले जाती है और कुछ ऐसा ही हुआ है तस्नीम मिर के साथ। तस्नीम मिर ने वो करिश्मा कर दिखाया है जो अभी तक कोई नहीं कर पाया है।जी हां, तस्नीम मिर अंडर 19 बैडमिंटन खिलाड़ियों की लिस्ट में नंबर 1 बन गई हैं। इस वक्त अंडर 19 खिलाड़ियों में तस्नीम की वर्ल्ड रैंकिंग नंबर 1 है।

साइना और सिंधु को भी छोड़ा पीछे

तस्नीम ने जो कर दिखाया है वो अभी तक पीवी सिंधु और साइना नेहवाल भी नहीं कर पाई थीं। हालांकि, यहां बिल्कुल इन दोनों खिलाड़ियों की उपलब्धियों को कम नहीं कहा जा रहा है और ये दोनों अव्वल दर्जे की एथलीट्स हैं जिन्होंने हमेशा भारत का नाम ऊपर किया है और अपनी प्रतिभा से सभी को कायल कर दिया है।यहां बस रैंकिंग की बात हो रही है। BWF बैडमिंटन वर्ल्ड रैंकिंग साल 2011 में शुरू हुई थी और उस वक्त साइना नेहवाल जूनियर लिस्ट में अपना नाम शामिल नहीं कर पाई थीं। पीवी सिंधु वर्ल्ड नंबर 2 पर आकर रुक गई थीं और अपने अंडर 19 दिनों में उन्होंने बहुत बेहतरीन प्रदर्शन किया था।

16 साल की तस्नीम हैं बहुत टैलेंटेड

16 साल की तस्नीम गुजरात से ताल्लुक रखती हैं और वो शुरुआत से ही एक लक्ष्य लेकर चली हैं। तस्नीम की ये उपलब्धि पिछले साल जीते टूर्नामेंट्स के कारण हुई है।पिछले साल तस्नीम ने तीन जूनियर इंटरनेशनल टूर्नामेंट्स में जीत हासिल की और अपनी वर्ल्ड रैंकिंग में तीन पायदान ऊपर खिसक गईं।PTI को दिए एक इंटरव्यू में तस्नीम ने कहा, 'मैं ये नहीं कह सकती कि मैंने इसके बारे में सोचा नहीं था। पर मुझे लगता था कि मैं नंबर 1 तक नहीं पहुंच पाऊंगी क्योंकि टूर्नामेंट्स कोविड-19 के कारण अटक रहे हैं। मैंने तीन इवेंट्स जीते जिसमें बुल्गारिया, फ्रांस और बेल्जियम वाले टूर्नामेंट्स शामिल हैं। तो मैं बहुत उत्साहित हूं और खुश हूं कि आखिरकार मैं वर्ल्ड नंबर 1 बन गई। ये मेरे लिए एक बहुत बड़ा पल है।

कुछ इस तरह से हो रही है तस्नीम की ट्रेनिंग

तस्नीम इस वक्त इंडोनेशियन कोच इडविन ईरावान के साथ ट्रेनिंग कर रही हैं और वो पिछले चार साल से असम बैडमिंटन अकादमी, गुवाहाटी का हिस्सा हैं। PTI के इंटरव्यू के मुताबिक तस्नीम इस ट्रेनिंग से बहुत खुश हैं और वो ये मानती हैं कि पुरुष खिलाड़ियों के साथ ट्रेनिंग करने के कारण वो अपने गेम को और बेहतर बना पा रही हैं। 2019 में दुबई जूनियर इंटरनेशनल जीत चुकी तस्नीम मानती हैं कि कि सीनियर प्लेयर्स को देखकर उनके गेम में सुधार हो रहा है। पूर्व दुनिया की नंबर वन प्लेयर रह चुकी Tai Tzu Ying जैसे प्लेयर्स के खेल को देखकर वो अपने खेल को सुधारने की कोशिश करती हैं। 

पिता से मिली बैडमिंटन की प्रेरणा

तस्नीम को बैडमिंटन का अपना पहला पाठ अपने पिता इरफान मिर से मिला था। इरफान जी खुद एक बैडमिंटन कोच हैं और मेहसाना पुलिस डिपार्टमेंट में बतौर एएसआई काम कर रहे हैं। तस्नीम ने अपने इंटरव्यू में कहा, 'मेरे पिता मेरे कोच भी हैं और वो खुद बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। जब मैं 7-8 साल की थी तब वो मुझे अपने साथ लेकर जाते थे।' इसी तरह तस्नीम को भी खेलने की प्रेरणा मिली। तस्नीम का छोटा भाई मोहम्मद अली मिर भी गुजरात स्टेट जूनियर चैम्पियन है और वो तस्नीम के साथ ही गुवाहाटी में ट्रेनिंग ले रहे हैं। वो अपने बचपन के दिनों से ही काफी प्रतिभावान हैं और आगे बढ़ने की कोशिश में हैं। 

 अभी तक तस्नीम ने इन बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में बनाई जगह

तस्नीम ने अंडर 19, में अपनी जगह 14 साल की उम्र में ही बना ली थी और वो देश की नंबर वन जूनियर प्लेयर अंडर-13, अंडर-15 और अंडर-19 कैटेगरी में रही हैं। तस्नीम ने 2019 में वर्ल्ड जूनियर चैम्पियनशिप रशिया में हिस्सा लिया था, लेकिन वो इसमें जीत नहीं पाईं। पर उन्होंने एशियन अंडर-17, अंडर-15 जूनियर चैम्पियनशिप, इंडोनेशिया में जीत हासिल की। इसके अलावा, नेपाल में खेले गए प्रेसिडेंट जूनियर इंटरनेशन सीरीज कप 2020 में भी तस्नीम ने जीत हासिल की थी। 

इसी तरह से 2021 में तीन बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स तस्नीम ने जीते थे। तस्नीम उन खिलाड़ियों में से एक हैं जो हमेशा ही अपने स्टैमिना को बढ़ाने में लगी रहती हैं और अपने खेल को सुधारती हैं। तस्नीम की इस उपलब्धि पर हम उन्हें बधाई देते हैं।