कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर महिला रेजिडेंट डॉक्टर की बर्बर हत्या की घटना के में रेजिडेंट डॉक्टरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी। इस वजह से शुक्रवार को भी एम्स, सफदरजंग, आरएमएल, लोकनायक, जीबी पंत सहित दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी को छोड़कर ओपीडी, नियमित सर्जरी व अन्य सभी चिकित्सा सुविधाएं प्रभावित रहेगी।

बुधवार की रात आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हमले और तोड़फोड़ की घटना ने आग में घी डालने का काम किया। इससे डाक्टरों में आक्रोश और ज्यादा बढ़ गया है। इस वजह से रेजिडेंट डॉक्टरों के संगठनों ने अब सड़क पर उतरकर भी विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है।

एम्स दिल्ली और सफदरजंग अस्पताल सहित रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों द्वारा एक व्यापक संयुक्त बैठक आयोजित की गई। जिसमें व्यापक चर्चा के बाद, सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि दिल्ली भर के सभी RDA 16 अगस्त, 2024 को दोपहर 2 बजे से निर्माण भवन, नई दिल्ली में एक संयुक्त विरोध मार्च निकालेंगे।

फोर्डा ने एक बार फिर से हड़ताल की घोषणा की

फेडरेशन आफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने हड़ताल वापसी की अपनी घोषणा से पीछे हटते हुए एक बार फिर हड़ताल की घोषणा की है। साथ ही शुक्रवार शाम छह बजे इंडिया गेट के पास कैंडल मार्च बुलाया है। इसके अलावा फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (एफएआईएमए) ने शनिवार को शाम पांच बजे लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज (एलएचएमसी) से जंतर-मंतर तक कैंडल मार्च कर घोषणा की है।

जिसमें दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर शामिल होंगे। दोनों संगठनों ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) व दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (डीएमए) से भी इस कैंडल मार्च में शामिल होने की अपील की है। इस वजह से निजी अस्पतालों के डॉक्टर भी इसमें शामिल हो सकते हैं।

इस बीच डीएमए ने आईएमए के अध्यक्ष डा. आरवी अशोकन से निजी अस्पतालों में भी हड़ताल घोषित करने की सिफारिश की। इसके बाद आईएमए ने सभी राज्यों की अपनी शाखाओं के पदाधिकारियों के साथ बृहस्पतिवार शाम को वर्चुअल मीटिंग कर शनिवार को देश भर के सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी हड़ताल करने का फैसला लिया है।

इसलिए शनिवार को सुबह छह बजे से निजी अस्पतालों में भी डॉक्टर 24 घंटे के लिए हड़ताल पर रहेंगे। रेजिडेंट डॉक्टरों के संगठनों ने सबूत नष्ट करने के मकसद से आरजी कर अस्पताल में तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया है और कहा है कि पश्चिम बंगाल सरकार डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों को सुरक्षा देने में नाकाम रही है।

एम्स आरडीए के अध्यक्ष डा. ने कहा कि आरजी कर अस्पताल में घुसकर डॉक्टरों, नर्स व अन्य कर्मचारियों पर हमला किया गया। यह स्वीकार्य नहीं है। घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

सुबह मनाया स्वतंत्रता दिवस, शाम को किया प्रदर्शन

बृहस्पतिवार सुबह एम्स सहित सभी अस्पतालों में स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाया गया। रेजिडेंट डॉक्टरों ने भी हिस्सा लिया। बाद में शाम को एम्स में रेजिडेंट डॉक्टरों ने कैंडल मार्च निकाला। इसके बाद एम्स के गेट नंबर एक के बाहर अरविंदो मार्ग पर प्रदर्शन किया।