दिल्ली से सटे गुरुग्राम के उद्योग विहार फेज-चार इलाके में शराब के नशे में धुत रईसजादों के स्टंट ने एक शख्स की जान ले ली। दो गंभीर रूप से घायल हो गए। स्टंट करने के दौरान तेज रफ्तार कार ने तीन लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। मृतक शख्स की पहचान नहीं हो पाई है। घायलाें की पहचान डिस्कवरी वाइन में काम करने वाले अनु कुमार गुप्ता और सुशील कुमार के रूप में की गई। उद्योग विहार थाना पुलिस ने घायलों के बयान पर हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। रईसजादों की छानबीन शुरू कर दी है।

शनिवार देर रात सड़क पर हुड़दंग

पुलिस के मुताबिक, शनिवार रात लगभग डेढ़ बजे उद्योग विहार फेज-चार इलाके में राव गजराज सिंह चौक के नजदीक होटल हयात के पीछे काफी शोर हो रहा था।उस समय नजफगढ़ के रहने वाले अनु कुमार गुप्ता और सुशील कुमार डिस्कवरी वाइन शाप में ही थे।शोर सुनकर दोनों बाहर निकले तो देखा कि 10-12 युवक आपस में तू-तू, मैं-मैं कर रहे थे।बीच-बीच में कारों से स्टंट भी कर रहे थे।

खतरनाक स्टंट ने ली जान

आरोपितों के पास दो अर्टिगा,एक हुंइई वेन्यू और एक हुंडई क्रेटा थी। वहीं पर इलाके में कूड़ा उठाकर कबाड़ियों से बेचने वाला 50 वर्षीय व्यक्ति भी खड़ा था। एक युवक खतरनाक तरीके से स्टंट कर रहा था। इसे देखकर अनु कुमार गुप्ता ने सुशील कुमार और कूड़ा उठाने वाले को पीछे हटने के लिए कहा। तीनों पीछे हट गए थे। इसके बाद भी एक अर्टिगा ने तीनों को टक्कर मार दी।

कार ने शख्स को दो बार कुचला

बताया जाता है कि अर्टिगा की स्पीड इतनी अधिक थी कि वह पूरी तरह घूम गई। इससे अर्टिगा कार ने कूड़ा उठाने वाले शख्स के ऊपर दोबारा गाड़ी चढ़ा दी। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घायलाें का इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है।

सीसीटीवी फुटेज से की जा रही पहचान

आरोपितों की पहचान के लिए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। दिल्ली पुलिस को भी इस बारे में सूचना दी गई है ताकि आरोपितों की जल्द से जल्द पहचान हो सके। अक्सर वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश दिल्ली की सीमा में प्रवेश कर जाते हैं। इससे वे जल्द पकड़ में नहीं आते हैं। यह भी पता किया जा रहा है कि चार कारों से युवक कहीं आसपास संचालित होटल में पार्टी करने तो नहीं पहुंचे थे।

मृतक के पहचान में जुटी पुलिस

इलाके के सहायक पुलिस आयुक्त मनोज कुमार का कहना है कि आरोपितों की पहचान के लिए कई स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आइसीसीसी) से भी कारों के बारे में जानकारी हासिल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। जहां तक मृतक की पहचान का सवाल है तो आसपास के लोगों का कहना है कि कुछ लोग उसे कपड़े देते थे। उनलाेगों से पहचान हो सकती है।