सानिया मिर्जा ने टेनिस से रिटायर होने की घोषणा कर दी है। चलिए इस मौके पर जानते हैं उनकी उपबल्धियों के बारे में।  15 नंबर 1986 को मुंबई में जन्मी सानिया मिर्जा भारतीय टेनिस खिलाड़ी हैं। उनकी शुरुआती शिक्षा हैदराबाद में हुई थी और वह हैदराबाद के सेंट मैरी कॉलेज से ग्रेजुएट हैं। इसके अलावा सानिया ने पीएचडी भी की हुई है। बता दें कि कल सानिया मिर्जा ने इस बात की घोषणा कि है कि अब वह रिटायरमेंट लेने वाली हैं। उन्होनें कहा कि डब्लूटीए टूर उनका आखिरी सीजन होगा। हाल ही में हुए ऑस्ट्रेलियन ओपन में सानिया मिर्जा और उनकी यूक्रेनी पार्टनर नादिया किचेनोक 12वीं वरीयता प्राप्त काजा जुवान और तमारा जिदानसेक की गैरवरीय स्लोवेनियाई जोड़ी से एक घंटे 36 मिनट में 4-6, 6-7 से हार गईं। इसके बाद उन्होनें यह घोषणा कि अब वह टेनिस को अलविदा कह देंगी।

मेलबर्न पार्क में मैच के बाद सानिया ने ब्रॉडकास्टर्स से कहा कि यह इतना आसान नहीं है कि मैं न खेलूं। लेकिन मुझे लगता है कि मेरी रिकवरी में ज्यादा समय लग रहा है। मैं अपने 3 साल के बेटे को इतनी यात्रा करवाकर जोखिम में डाल रही हूं, मुझे इसका ध्यान रखना होगा। मुझे लगता है कि मेरा शरीर अब कमोजर होता जा रहा है। चोट के बाद से मेरे घुटने में बेहद दर्द होता है और मैं यह नहीं कह रही हूं कि हमारी हार का कारण यही है। लेकिन मुझे लगता है कि इसे ठीक होने में समय लगेगा और अब 'मैं बूढ़ी हो रही हूं।'

सानिया मिर्जा ने भारत को अपने खेल से कई बार गौरवान्वित किया है। वह भारत की सबसे सर्वश्रेष्ठ टेनिस खिलाड़ी हैं। आज हम आपको उनके करियर और व्यक्तिगत जीवन के बारे में बताएंगे।

टेनिस खेलने की शुरुआत 

बता दें कि सानिया ने छह साल की उम्र से ही टेनिस खेलना शुरू कर दिया था। सानिया के पिता के पास इतने पैसे नहीं होते थे कि वह अपनी बेटी को ट्रेनिंग करवा सकें। पैसों की तंगी की वजह से सानिया के पिता ने व्यापरी लोगों से स्पॉन्सरशिप ली। इसके बाद से ही उन्हें खेलों में स्पॉन्सर करना शुरू कर दिया था। हालांकि, कुछ समय बाद सानिया के पिता ने उनके टेनिस खेलने की जिम्मेदारी ली और सानिया को महेश भूपति के पिता सी. के. भूपति की देखरेख में टेनिस खेलने भेजा।

सानिया ने अपने टेनिस करियर की शुरुआत 1999 में की थी। उन्होनें विश्व जूनियर टेनिस चैम्पियनशिप में हिस्सा लिया था। इसके बाद साल 2009 में सानिया मिर्जा ने वो कमाल कर दिखाया जिसका हम सभी को इंतजार था, वह ग्रैंड स्लैम जीतने वाली भारत की पहली महिला खिलाड़ी बनी थीं। इसके बाद जीतने का यह सिलसिला कभी रुका ही नहीं।

सानिया मिर्जा की उपलब्धियां

सानिया मिर्जा निस्संदेह भारत की पहली महिला टेनिस सुपरस्टार हैं और वह डबल्स में विश्व की पूर्व नंबर 1 खिलाड़ी रह चुकी हैं। इसके साथ ही सिंगल्स में उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ 27 रैंकिंग थी। वर्तमान में वह विश्व में 68वें स्थान पर हैं। सानिया ने कई अन्य पुरस्कार जीते हैं।

वुमेन डबल्स में तीन ग्रैंड स्लैम

सानिया मिर्जा भारत की तरफ से डबल्स में सबसे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक है। बता दें कि साल 2015 में सानिया और मिर्जा मार्टिना हिंगिस ने विंबलडन और 2015 यूएस ओपन का खिताब जीता था। इसके अगले साल 2016 में दोबारा इस जोड़ी ने ऑस्ट्रेलियन ओपन में तीसरा ग्रैंड स्लैम जीता था। 

मिक्स्ड डबल में तीन ग्रैंड स्लैम 

ऐसे ही सानिया मिर्जा को बेहतरीन खिलाड़ी नहीं माना जाता  है। वह डबल के अलावा भी मिक्स्ड डबल में तीन ग्रैंड स्लैम टाइटल जीत चुकी हैं। उन्होनें 2009 में ऑस्ट्रेलियन ओपन और फिर 2012 में फ्रेंच ओपन का टाइटल जीता था। इस समय उनके साथी कोई और नहीं बल्कि भारत के अन्य टेनिस स्टार महेश भूपति थे। स्लैम में सानिया मिर्जा ने तीसरा मिक्सड डबल का टाइटल 2014 के यूएस ओपन में जीता था। इस समय वह ब्राजील के खिलाड़ी ब्रूनो सोरेस की पार्टनर बनी थी।

डब्ल्यूटीए फाइनल टाइटल

बता दें कि सानिया मिर्जा एक मात्र भारतीय महिला खिलाड़ी हैं, जिन्होनें डब्ल्यूटीए का फाइनल टाइटल जीता है। वह एक बार नहीं बल्कि दो बार इस खिताब को अपने नाम कर चुकी हैं। साल 2014 में हुए डब्ल्यूटीए फाइनल में सानिया और कारा ब्लैक मिलकर इस खिताब को अपने नाम करने में सफल हुए थे। लेकिन, अगले साल यानी 2015 में सानिया ने मार्टिना हिंगिस के साथ खेला था और फिर दोबारा सानिया ने जीत कर यह साबित कर दिया कि वह टेनिस की सर्वेश्रेष्ठ खिलाड़ी हैं।

विश्व की नंबर 1 रैंकिंग वाली डबल्स खिलाड़ी

सानिया मिर्जा विश्व की नंबर वन डबल्स खिलाड़ी भी हैं। वह 15 अप्रैल 2015 को डबल्स में नंबर 1 पर पहुंच गई, जो डब्लूटीए रैकिंग का शिखर है। इसके अलावा सानिया मिर्जा 42 बार टूर-विनर रह चुकी हैं। वह देश की तीसरी सिंगल में टॉप 30 में जगह बनाने वाली एकमात्र भारतीय महिला हैं और सानिया ने दो बार के एशियाई खेलो में गोल्ड मेडल भी जीता है।

मल्टी-स्पोर्ट्स इवेंट में जीते कई मेडल

सानिया मिर्जा ने मल्टी-स्पोर्ट्स इवेंट में 14 मेडल जीते हैं और बता दें कि 14 में से 6 गोल्ड मेडल भारत के नाम हैं। वह वुमेन और मिक्स्ड डबल केटेगरी में एशियन गेम्स में 7 मेडल जीत चुकी हैं। मेडल जीतने के यह सिलसिला यहीं नहीं रूकता है। इसके बाद सानिया मिर्जा ने साल 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स में वुमेन सिंगल में सिल्वर मेडल और वुमेन डबल में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। 

व्यक्तिगत जीवन

सानिया मिर्जा का विवादों से नाता रहा है। बता दें कि साल 2009 में उन्होनें अपने बचपन के दोस्त सोहराब मिर्जा से सगाई की थी। हालांकि, कुछ समय बाद यह सगाई टूट गई और सानिया ने साल 2010 में पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से शादी कर ली थी। अब सानिया का 3 साल का बच्चा भी है।