नई दिल्ली। एक महिला की पीरियड्स साइकिल उसकी पूरी हेल्थ के लिए बेहद जरूरी होती है। मेंस्ट्रुअल साइकिल कितने दिनों तक चलती है, यह सभी के लिए अलग-अलग हो सकता है। ज्यादातर, महिलाओं को दो से सात दिनों तक ब्लड फ्लो होता है। लेकिन, कभी-कभार गलत डाइट या बैड हेल्थ हैबिट्स के कारण आपको समय से पीरियड्स आने में प्रॉब्लम का सामना करना पड़ सकता है। अपनी पीरियड साइकिल को मेंटेन करने के लिए आपको कुछ चीजों का ध्यान देने की जरूरत होती है। आइए यहां जानते हैं कि, कैसे अपनी लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करने से आप अपनी मेंस्ट्रुअल साइकिलको सही तरह से कंट्रोल कर सकते हैं।

सही डाइट लें

बहुत कम खाना खाने या पोषक तत्वों के न मिलने से आपके हाइपोथैलेमस (Hypothalamus), पिट्यूटरी और Adrenal glands पर दबाव पड़ सकता है। ये ग्लैंड आपके शरीर के हार्मोन बैलेंस को कंट्रोल करते हैं, जो आपके पीरियड्स पर असर डालते हैं। कम कार्ब वाली डाइट लेने से शरीर में लेप्टिन का लेवल कम हो सकता है। लेप्टिन रिप्रोडक्टिव हार्मोन को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसलिए भरपूर मात्रा में कार्ब्स लेना बहुत जरूरी होता है।

वेट मैनेजमेंट

आपके शरीर का वजन आपके मेंस्ट्रुअल साइकिल पर असर डाल सकता है। अगर आपका वजन ज्यादा है, तो आपको दर्दनाक पीरियड्स हो सकते हैं। वजन में बदलाव के कारण भी पीरियड साइकिल में दिक्कत हो सकती है। वजन घटाने या वजन बढ़ने के दौरान, आपको मेंसुरेशन में बदलाव होने की ज्यादा चांसेस हो सकते हैं। पीरियड्स को कंट्रोल करने के लिए सबसे अच्छा उपाय स्टेबल, हेल्दी वजन का गोल रखना है।

रेगुलर एक्सरसाइज करें

रोजाना वर्कआउट करने से कई लाभ होते हैं। इससे आपको पीरियड्स के दौरान दर्द कम होने में भी मदद मिलती है। हर दिन लगभग 30 मिनट एरोबिक एक्सरसाइज करने का गोल रखें, जैसे चलना, दौड़ना, साइकिल चलाना या तैरना।

अच्छी नींद की आदतें अपनाएं

पीरियड्स से जुड़ी समस्याएं, खासकर की पीएमएस (Premenstrual Syndrome) कई महिलाओं के लिए सोने में परेशानी का कारण बन सकती है, जिससे आपकी पीरियड हेल्थ और भी खराब हो सकती हैं। अच्छी नींद की आदतें अपनाकर इन समस्याओं से निपटने में मदद मिल सकते हैं।

स्ट्रेस को कम करें

वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि स्ट्रेस हमारे हॉर्मोनल बैलेंस पर असर डालता है। यह आपके सामान्य पीरियड साइकिल को भी खराब कर सकता है। इसलिए स्ट्रेस कंट्रोल में रखना पीरियड्स के लिए बेहद जरूरी होता है।