नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में बुधवार को भारत सरकार, त्रिपुरा सरकार, नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (एनएलएफटी) और ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स (एटीटीएफ) के प्रतिनिधियों ने त्रिपुरा शांति समझौते के ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया। इस समझौते के बाद एनएलएफटी ने कहा कि हमने सरकार पर भरोसा किया है। इसलिए 30 साल का सशस्त्र संघर्ष समाप्त कर रहे हैं। हमने अपनी शर्तों को साझा किया है। हमें गृहमंत्री पर भरोसा है।
गृह मंत्री शाह ने कहा कि यह समझौता पूर्वोत्तर के लिए 12वां और त्रिपुरा से संबंधित तीसरा समझौता है। अब तक लगभग 10 हजार उग्रवादियों ने सरेंडर किया है। ये सभी हथियार छोडक़र मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं। आज, एलएलएफटी और एटीटीएफ के आत्मसमर्पण और समझौते के साथ लगभग 328 से अधिक सशस्त्र कैडर मुख्यधारा में शामिल हो जाएंगे।