राजधानी के नंगली विहार में संदिग्ध परिस्थितियों में एक नौ वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। उसका शव छठ घाट से बरामद किया गया है। आशंका जताई जा रही है कि छठ घाट में डूबने से बच्चे की मौत हुई है, लेकिन स्वजन इससे इनकार कर रहे हैं। 

फ्लड डिपार्टमेंट की जमीन पर है छठ घाट

फ्लड डिपार्टमेंट की जमीन पर छठ पूजा के दौरान बनाया गया घाट नहीं भरने से यह दर्दनाक हादसा हो गया। जिस छठ घाट में यह हादसा हुआ है, लोग कह रहे थे कि यह एमसीडी का है, लेकिन जब स्थानीय काउंसलर रविंद्र सोलंकी से बात की गई तो वे छठ घाट पर पहुंचे।

उन्होंने बताया कि यह फ्लड डिपार्टमेंट की जमीन है। इस हादसे का जो भी दोषी है, उसको जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भराव होने की बात काफी समय से हो रही थी। यदि छठ घाट के इस गड्ढे को समय पर भर दिया गया होता और इसमें पानी नहीं भरा होता तो आज एक मां का बेटा जिंदा रहता। फ्लड डिपार्टमेंट और स्थानीय विधायक को घटना की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।

रविवार को घर से निकला, सोमवार को डूबा मिला

मृतक बच्चे की पहचान यश के रूप में हुई है, उसकी मां चांदनी ने बताया कि रविवार को वह घर से निकला था, लेकिन जब काफी देर तक नहीं लौटा तो उन्होंने खोजबीन शुरू की। थाने भी जाकर शिकायत दर्ज कराई, उन्होंने फोटो मांगा और अगले दिन आने के लिए कहा।

अगले दिन सोमवार की सुबह उठकर वह नाले की तरफ भागी। क्योंकि सपने में कुछ देखा और सुबह कुछ शक हुआ था। इतने में किसी ने बताया कि पानी में एक बच्चा डूबा हुआ है। चांदनी ने अपने डूबे हुए बच्चे को पानी से खुद निकाला। 

परिवार ने जताई हत्या की आशंका

इस मामले में पीड़ित पक्ष ने डूबने से मौत के बजाय हत्या की आशंका जताई है। पीड़ित परिवार का अंदेशा है कि बच्चे को पीटा गया है जिससे उसकी मौत हुई है। हालांकि यह हादसा है या हत्या इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगा।