मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद आप सरकार के पूर्वमंत्री सत्येंद्र जैन की तबीयत बिगड़ गई है। पूर्व मंत्री की तबीयत बिगड़ने की शिकायत के बाद उन्हें सफदरजंग अस्पताल लाया गया है। उच्चतम न्यायालय ने धनशोधन के मामले में 18 मई को दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से जवाब मांगा। न्यायमूर्ति एएस बोपन्ना और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ ने ईडी को नोटिस जारी किया और जैन को राहत के लिए अवकाशकालीन पीठ के समक्ष जाने की छूट दी। जैन की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि पूर्व मंत्री का वजन 35 किलोग्राम कम हो गया है और वह एक तरह से कंकाल बन गए हैं। वह कई बीमारियों से भी पीड़ित हैं।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर के जरिए कहा कि सत्येंद्र जैन के बेहतर स्वास्थ्य के लिए मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं। भाजपा सरकार के इस अहंकार और ज़ुल्म को दिल्ली और देश के लोग अच्छे से देख रहे हैं। भगवान भी इन अत्याचारियों को कभी माफ नहीं करेंगे। इस संघर्ष में जनता हमारे साथ है, ईश्वर हमारे साथ हैं, हम सरदार भगत सिंह जी के चेले हैं। जुल्म, अन्याय और तानाशाही के खिलाफ हमारी ये लड़ाई जारी रहेगी।
सत्येंद्र जैन जी के बेहतर स्वास्थ्य के लिए मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ।

सत्येंद्र जैन ने 11 मई को एक पत्र के जरिए अधीक्षक से अधिक कैदियों के साथ रहने का अनुरोध किया था और अपने पत्र में अकेलेपन के कारण डिप्रेशन और अधिक सामाजिक संपर्क की आवश्यकता का हवाला दिया था। इस चिट्ठी में लिखा था कि वो काफी अकेलापन महसूस कर रहे हैं, और मनोचिकित्सक ने उन्हें अकेला नहीं रहने की सलाह दी है। सत्येंद्र जैन के चिट्ठी लिखने के बाद जेल संख्या-7 के सुपरिटेंडेंट ने उनके सेल में दो कैदियों को ट्रांसफर भी किया था, लेकिन जैसे ही तिहाड़ जेल के प्रशासन को इस बात की जानकारी हुई थी तो तुरंत ही उन दोनों कैदियों को वापस भेज दिया गया था और इसी के साथ ही जेल नम्बर-7 के सुपरिटेंडेंट को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था। जिसके बाद सुपरिटेंडेंट का तबादला भी कर दिया गया था।