सूरत | माता-पिता अपनी संतानों की हर ख्वाहिश पूरी करने की हरसंभव कोशिश करते हैं| बड़ी होकर वही संतान जब अपने माता-पिता से मुंह फेर ले तो वह किसके सहारे जिएंगे| सूरत के सरथाणा से दिल को झकझोर रख देनेवाली घटना सामने आई है, जिसमें एक दंपत्ति ने कर्ज लेकर अपने बेटे को विदेश भेजा| माता-पिता द्वारा लिया गया कर्ज चुकाना तो देर बेटे ने उनसे ही मुंह फेर लिया| निराश होकर दंपत्ति ने एक लंबा स्युसाइट नोट लिखा और आत्महत्या कर ली| सूरत निवासी चुनीभाई गेडिया ने कर्ज लेकर अपने बेटे पियूष को कनाडा भेजा था| पियूष को इस उम्मीद के साथ भेजा था कि वह कनाडा में कमाएगा और उसे विदेश भेजने के लिए लिया गया कर्ज चुका देगा| चुनीभाई सपने में नहीं सोचा होगा कि वृद्धावस्था में उसका बेटा ही उनसे मुंह मोड लेगा| इतना ही नहीं उसके लिए ली गई कर्ज की रकम भी चुकाने से इंकार कर देगा| कनाडा जाने के बाद पियूष अपने माता-पिता को भूल गया| कुछ समय पहले पियूष अपनी पत्नी पायल और बेटे क्रीश के साथ कनाडा से सूरत आया था| लेकिन जिस माता-पिता रु. 38 लाख कर्ज लेकर उसे विदेश भेजा था उस मां-बाप से मिलने की भी बेटे को दरकार नहीं थी| बेटे के इस व्यवहार से निराश होकर चुनीभाई गेडिया ने पत्नी के साथ आत्महत्या कर ली| आत्महत्या से पहले वृद्ध ने स्युसाइड नोट लिखा है, जिसमें बेटे-बहु द्वारा उनके साथ जो कुछ किया गया उसका उल्लेख किया| साथ ही अपने पौत्र को सलाह दी कि उसके पिता ने अपने पिता को वृद्धावस्था में निराधार छोड़ दिया, लेकिन तू अपने पिता के साथ ऐसा मत करना| स्युसाइड नोट में किससे रुपए लेने हैं और किसे चुकाना है इसका भी अलग से उल्लेख किया गया है| फिलहाल सरथाणा पुलिस मामले की जांच कर रही है|