छह साल पहले एक किशोरी ने अपने ख़ून से ख़त लिखकर अपनी मां के लिए इंसाफ़ की मांग की थी | उनकी मां को उनकी आंखों के सामने ज़िंदा जलाकर मार दिया गया था लेकिन छह साल पहले लिखे गए इस ख़त से शुरू हुई जांच के बाद अब हत्यारे को सज़ा सुनाई गई है | लतिका बंसल, जो अब 21 साल की हैं और उनकी छोटी बहन इस मामले में प्रत्यक्षदर्शी थीं | इस मामले में कोर्ट ने फ़ैसला देते हुए बच्चियों के पिता मनोज बंसल को आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई है | इन लड़कियों ने कोर्ट को गवाही के दौरान बताया कि उनके पिता, उनकी मां को मारा करते थे | उन पर ये अत्याचार सिर्फ़ इसलिए होता था क्योंकि उन्होंने बेटियों को जन्म दिया था, बेटे को नहीं | बंसल ने अपने ऊपर लगाए आरोपों से इनक़ार किया था और कोर्ट के सामने अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि उनकी पत्नी ने आत्महत्या की थी |