राज्य सभा उपचुनाव में मनन कुमार मिश्रा को टिकट देकर भाजपा ने बड़ा दांव खेल दिया है। मनन कुमार मिश्रा देश के जाने-माने चर्चित चेहरे हैं। टैलेंट के मामले मेंं वे कई नेताओं को मात देते हैं। न्यायपालिका के क्षेत्र में उनकी शानदार उपलब्धि है। बता दें कि राज्यसभा की एक सीट पर पहले ही NDA की तरफ से उपेंद्र कुशवाहा के नाम की घोषणा की जा चुकी है।

मूल रूप से गोपालगंज के रहने वाले हैं मनन कुमार मिश्रा

बता दें कि मनन कुमार मिश्रा मूल रूप से बिहार के गोपालगंज जिले के कुचायकोट प्रखंड के तिवारी खरेया गांव के मूल निवासी हैं।उनकी प्रारंभिक पढ़ाई गोपालगंज जिले में ही हुई है। वे पहली बार अप्रैल 2012 में बीसीआई के चेयरमैन निर्वाचित हुए और इसके बाद जीत का सिलसिला अब तक जारी है।

मनन कुमार मिश्रा के नाम शानदार रिकॉर्ड  

राज्यसभा उप चुनाव में बिहार से भाजपा के उम्मीदवार बनाए गए मनन कुमार मिश्रा के नाम सात बार बार काउंसिल आफ इंडिया (बीसीआई) का चेयरमैन निर्वाचित होने का रिकार्ड है। वह इस समय भी BCI के अध्यक्ष हैं। सुप्रीम कोर्ट में वकालत करते हैं। मिश्रा पहली बार अप्रैल 2012 में बीसीआई के चेयरमैन निर्वाचित हुए। तब से वह लगातार चुनाव जीत रहे हैं। अभी उनका सातवां कार्यकाल चल रहा है।

मनन कुमार मिश्रा ने 1980 में पटना लॉ कॉलेज से वकालत की डिग्री हासिल की

मनन कुमार मिश्रा ने 1980 में पटना लॉ कॉलेज से वकालत की डिग्री हासिल कर गोपालगंज सिविल कोर्ट में वकालत शुरू की। वह अपने बैच के टापर व गोल्ड मेडलिस्ट रहे हैं। गोपालगंज में एक साल वकालत करने के बाद उन्होंने 1982 में पटना हाईकोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की।

पहली बार 1989 में बिहार स्टेट बार काउंसिल के सदस्य बने। इसी बीच 2007 में उन्हें वरीय अधिवक्ता बनाया गया। पहली बार 2010 में वह बीसीआई में स्टेट बार काउंसिल के प्रतिनिधि के रूप में निर्वाचित हुए थे। वह भाजपा से जुड़ कर दल के लिए कार्य करते रहे है।

बीजेपी द्वारा उन्हें राज्य सभा का प्रत्याशी बनाने पर देश भर के अधिवक्ताओं समेत बिहार स्टेट बार काउंसिल के अध्यक्ष रमाकांत शर्मा ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।