नई दिल्ली । राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार के सबसे बड़े अस्पताल लोकनायक में अब नियमित और अस्थाई सर्जरी पर रोक लगा दी गई है। बृहस्पतिवार को दिल्ली सरकार द्वारा आदेश जारी होने के बाद अस्पताल प्रशासन द्वारा शुक्रवार से सर्जरी बंद कर दी गई।

अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डाक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि अभी अस्पताल में प्रतिदिन 15 से 20 सर्जरी नियमित होती हैं। इसके अलावा इमरजेंसी में भी दो-चार अस्थाई सर्जरी हो जाती हैं। फिलहाल कोरोना संक्रमण के चलते सरकार के अगले आदेश तक इन्हें बंद कर दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि इससे पहले अस्पताल में एक सप्ताह पहले ही ओपीडी में नए मरीजों का पंजीकरण भी बंद किया जा चुका है। जिससे अस्पताल में मरीजों की कम भीड़ जुटे।

फिलहाल फालोअप और इमरजेंसी वाले मरीजों को देखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि तीसरी लहर शुरू होने से पहले अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन करीब तीन हजार मरीज देखे जा रहे थे। अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 750 आक्सीजन बेड आरक्षित हैं इनमें से अभी 147 बेड पर कोरोना मरीज भर्ती हैं। चिकित्सा निदेशक ने यह भी बताया कि अस्पताल में अभी 50 से ज्यादा डाक्टर और स्वास्थ्यकर्मी भी संक्रमित हो चुके हैं।

इधरहोम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के घर से निगम बायोमेडिकल वेस्ट (संक्रमित कचरे) को उठाकर उसका वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण कर रहा है। कोरोना के मामले बढ़ने के बाद से राजधानी पांचों स्थानीय निकायों ने यह सेवा शुरू की थी। इसमें दक्षिणी निगम ने 13 दिन में 750 किलो कूड़े का निस्तारण किया है। उन्होंने बताया कि औसतन 1300-1500 लोगों के घर से प्रतिदिन यह कचरा एकत्रित किया जा रहा है। फिर इसे निगम के ओखला स्थित कूड़े से बिजली बनाने वाले संयंत्र में निस्तारित कर दिया जाता है।