झारखंड पुलिस की आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने रांची, लोहरदगा व हजारीबाग जिले के 14 ठिकानों पर छापेमारी में सात संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इनपर आतंकी संगठन अलकायदा इंडियन सब कांटिनेंट (एक्यूआइएस) से जुड़े होने का आरोप है।

जिन्हें हिरासत में लिया गया है, उनमें हजारीबाग के पेलावल से एक, लोहरदगा के कुड़ू थाना क्षेत्र के हेंजला से एक और रांची के चान्हो, इटकी आदि क्षेत्रों से पांच संदिग्ध युवक शामिल हैं। एटीएस सभी सातों संदिग्धों से पूछताछ कर रही है।

छापेमारी में एटीएस को कुछ हथियार भी मिले

इस छापेमारी में एटीएस को कुछ हथियार भी मिले हैं। उनकी योजना क्या थी, कब से और किसके संपर्क में थे, इसपर एटीएस के अधिकारी जानकारी ले रहे हैं। एटीएस को सूचना है कि अलकायदा इंडियन सब कांटिनेंट अंसारूल्लाह बांग्ला टीम के साथ इस्लामिक राज्य बनाने की फिराक में है। इसके लिए लगातार प्रयास कर रहा है।

पूर्व में रांची व लोहरदगा का कुछ क्षेत्र आतंकियों के स्लीपर सेल को पनाह देने के लिए कुख्यात रहा है। पूर्व में चान्हों में आतंकी अब्दुल रहमान कतकी की सभा होने की भी जानकारी सामने आ चुकी है।

गत वर्ष लोहरदगा के फैजान की हुई थी गिरफ्तारी

गत वर्ष लोहरदगा से आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट आफ इराक एंड सीरिया (आइएसआइएस) के आतंकी फैजान उर्फ फैज की गिरफ्तारी हुई थी। 19 साल के इस फैजान का संपर्क आइएसआइएस के विदेशी संचालकों से था। ये भारत में हिंसक कार्रवाई की योजना बना रहे थे। ये इंटरनेट मीडिया,फेसबुक आदि पर आतंकी गतिविधियों का प्रचार-प्रसार कर रहे थे और भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिए प्रयासरत थे। बाद में इस मामले में देश के अलग-अलग हिस्सों से आधा दर्जन से अधिक आतंकी गिरफ्तार किए गए थे।

2019 में जमशेदपुर से पकड़ा गया था मोस्ट वांटेड आतंकवादी मौलाना मोहम्मद कलीमुद्दीन

2019 में आतंकी संगठन अलकायदा से जुड़े आतंकी मौलाना मोहम्मद कलीमुद्दीन मुजाहिरी को भी झारखंड एटीएस ने पकड़ा था। वह अलकायदा के पूर्व में गिरफ्तार आतंकियों मोहम्मद अब्दुल रहमान अली खान उर्फ हैदर उर्फ मसूद उर्फ कटकी, जीशान हैदर और अब्दुल समी उर्फ उजैर उर्फ हसन का सहयोगी था। वर्तमान में हिरासत में लिए गए सभी सातों संदिग्धों का भी इनसे संबंध बताया जा रहा है।