जापान में युवाओं के लिए मौके ही मौके, 64 लाख वर्कर्स की जरूरत, डिग्री पाते ही मिलेगी नौकरी

दिल्ली। जापान में नौकरी के अपार मौके हैं। अगर आपके पास अच्छी डिग्री है तो आप वहां आसानी से जॉब पा सकते हैं। वहां 64 लाख वर्कर्स की जरूरत है, जिसके लिए सरकार अब विदेशियों को एंट्री दे रही है, अभी यहां जाने के नियम बहुत सख्त थे, जिसमें ढील दी जा रही है।
इनोवेशन, सिक्योरिटी और वर्ल्ड-क्लास एजुकेशन के लिए जाना जाने वाला जापान 2025 में पढ़ाई करने के लिए बेस्ट है। जो भारतीय छात्र विदेश में डिग्री हासिल करने की सोच रहे हैं, उन्हें कहीं और जाने की बजाय जापान जाने के बारे में जरूर सोचना चाहिए। देश की मिनिस्ट्री ऑफ इकोनॉमी, ट्रेड एंड इंडस्ट्री के मुताबिक, जापान में 2030 तक 64.4 लाख कर्मचारियों की कमी होने वाली है। इस कमी की वजह से विदेशी छात्रों के लिए नौकरी के अवसर बढ़ेंगे। उनके लिए जॉब पाना आसान होगा।
यहां क्यों हो रही कर्मचारियों की कमी, 28% से ज्यादा लोग 65 साल से ज्यादा उम्र के
जापान में कर्मचारियों की कमी उन भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा अवसर है, जो विदेश में डिग्री हासिल करके वहीं बसना चाहते हैं। दरअसल जापान की आबादी तेजी से बूढ़ी हो रही है। 28% से ज्यादा लोग 65 साल से ज्यादा उम्र के हैं, इसलिए यहां काम करने वाले लोगों की संख्या कम हो रही है। जापान में वर्कर्स की कमी सबसे ज्यादा टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर और मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में होने वाली है। इस समस्या को दूर करने के लिए जापान छात्रों के लिए वीजा नियम आसान कर रहा है।
2023 में 75% से ज्यादा विदेशी छात्रों को मिली नौकरी
जापान में पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी ढूंढने के लिए डिजाइनेटेड एक्टिविटी वीजा मिलता है। यह वीजा 1 साल तक के लिए होता है। स्पेसिफाइड स्किल्ड वर्कर वीजा से ग्रेजुएट छात्र लंबे समय तक इंडस्ट्री में काम कर सकते हैं। टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कई कंपनियां अंग्रेजी बोलने वाले लोगों को नौकरी दे रही हैं। 2023 में 75% से ज्यादा विदेशी छात्रों को पढ़ाई के बाद जापान में नौकरी मिली।
क्यों बेस्ट है दुनिया का यह आधुनिक देश
जापान में शिक्षा करियर से जुड़ी हुई है। जापान की यूनिवर्सिटी के इंडस्ट्री के साथ अच्छे संबंध हैं। इसका मतलब है कि छात्रों को सोनी, राकूटेन, टोयटा, हिताची जैसी कंपनियों में इंटर्नशिप करने का मौका मिलता है। इसके अलावा, यूनिवर्सिटी में जॉब फेयर और प्लेसमेंट सेल भी होते हैं, जो विदेशी छात्रों को नौकरी ढूंढने में मदद करते हैं। जापान में एआई, रोबोटिक्स, सस्टैनिबिलिटी और गेमिंग जैसे खास कोर्स भी उपलब्ध हैं।
इनोवेशन के मामले में दुनिया के टॉप तीन देशों में शामिल
जापान दुनिया का सबसे सुरक्षित देश है। इनोवेशन के मामले में जापान दुनिया के टॉप तीन देशों में शामिल है। यहां की साफ-सफाई की चर्चा दुनियाभर में होती है। जापान की संस्कृति में समय का पाबंद होना बहुत अच्छा माना जाता है। यहां के पब्लिक ट्रांसपोर्ट की क्वालिटी भी काफी अच्छी है। इस वजह से जापान में पढ़ने का अनुभव दुनिया के बाकी देशों से काफी अलग है।
पढ़ने के लिए मिलती है स्कॉलरशिप
जापान में पढ़ने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि यहां की सरकार और यूनिवर्सिटीज की तरफ से विदेशी छात्रों को स्कॉलरशिप दी जाती है। इन स्कॉलरशिप्स में से कुछ में छात्रों को फुली-फंडेड पढ़ने का मौका मिलता है। साथ ही स्टाइपेंड आदि भी दिया जाता है। मेक्सट स्कॉलरशिप और जासो स्कॉलरशिप सराकर के जरिए दी जाती है। इसमें हवाई टिकट भी शामिल होता है। इसके अलावा छात्रों को लाखों रुपये महीने का स्टाइपेंड भी मिलता है।
यूनिवर्सिटी भी देती हैं स्कॉलरशिप
टोक्यो यूनिवर्सिटी फेलोशिप, एशियाई विकास बैंक-जापान स्कॉलरशिप प्रोग्राम और रोटरी योनेयामा मेमोरियल फाउंडेशन स्कॉलरशिप, कुछ ऐसी छात्रवृत्ति हैं, जिन्हें पाकर भारतीय छात्र जापान में आसानी से पढ़ाई कर सकते हैं। जापान में पढ़ने आने से पहले अगर आपने जापानी भाषा सीख ली, तो यहां न आपके लिए यहां बसना आसान हो जाएगा, बल्कि आप आसानी से जॉब भी पा सकेंगे।