गाजियाबाद। औद्योगिक विकास, प्रशिक्षण और नीति-निर्माण के क्षेत्र में कार्यरत देश की अग्रणी संस्था इंडियन काउंसिल ऑफ इंडस्ट्रियल मैनेजमेंट (आईसीआईएम )ने सत्येन्द्र सिंह को चेयरमैन नियुक्त किया है। श्रम कानूनों, कॉरपोरेट अनुपालन और पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों में उनका दो दशकों से अधिक का अनुभव है। 
सत्येन्द्र सिंह न केवल भारत के जाने-माने लेबर लॉ एडवाइजर हैं, बल्कि उन्होंने विभिन्न उद्योगों में ओद्योगिक सुरक्षा, सामाजिक जवाबदेही और पर्यावर णीय अनुपालन से जुड़ी नीतियों के निर्माण में भी सक्रिय योगदान दिया है। उनकी कार्यशैली हमेशा सतत विकास, कानूनी पारदर्शिता और श्रमिक हितों के संरक्षण पर केंद्रित रही है। वह वर्षों से उत्थान समिति जैसी सामाजिक संस्थाओं के माध्यम से औद्योगिक श्रमिकों और कॉरपोरेट प्रोफेशनल्स के सशक्तिकरण के लिए काम करते आ रहे हैं। उनकी नियुक्ति को औद्योगिक जगत में एक सकारात्मक और दूरदर्शी कदम के रूप में देखा जा रहा है। सिंह ने पदभार संभालते हुए कहा कि इस संस्था का उद्देश्य केवल प्रशिक्षण देना नहीं, बल्कि भारत की औद्योगिक संस्कृति को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। हम पूरी तरह से एकीकृत सिस्टम और प्रक्रियाओं को बढ़ावा देंगे, जो उद्योगों की दक्षता, गुणवत्ता और अनुपालन को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगी।
 
आईसीआईएम औद्योगिक नेतृत्व का मंच है
आईसीआईएम  एक ऐसा मंच है, जहां उद्योग जगत के वरिष्ठ अधिकारी, मैनेजर्स, चार्टर्ड अकाउंटेंट्स, कंपनी सेक्रेटरीज़, विधिक सलाहकार, एचआर व एडमिन प्रमुख, सीईओ और वाइस प्रेसिडेंट्स एक साथ मिलकर औद्योगिक प्रबंधन के उच्चतम मानकों को बढ़ावा देने के लिए कार्य करते हैं। यह संस्था उत्तर प्रदेश सरकार से प्रमाणित है और औद्योगिक प्रशिक्षण व कौशल विकास के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित नाम बन चुकी है।