बाइक एंबुलेंस बनाकर एक रुपये में सेवा दे रहे नावेद
नई दिल्ली। अपने क्षेत्र की स्वास्थ्य समस्याओं को देखते हुए नावेद ने एक रुपये में एंबुलेंस सेवा शुरू। उनके इस काम की हर तरफ तारीफ हो रही है। नावेद आपातकालीन स्थितियों में मरीजों को हर हाल में अस्पताल पहुंचाने का काम करते हैं। बतौर नावेद अख्तर मैं बिहार के पूर्णिया शहर का निवासी हूं। इस पूरे क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं की काफी समस्या है। आपातकालीन स्थितियों में समय पर एंबुलेंस की पहुंच हमारे क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि प्रदेश के कई इलाकों में एक बड़ी चुनौती है। इन समस्याओं को देखते हुए मैं शुरू से ही अपने क्षेत्र के लोगों के लिए कुछ करना चाहता था। कुछ समय पहले सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति द्वारा बनाई गई बाइक एंबुलेंस देखकर मैंने भी एक बाइक एंबुलेंस बनाने का फैसला किया। इसके लिए मैंने अपने एक मित्र की मदद ली, जो एक मोटर गैराज चलाता है। उसकी मदद से मैंने एक खास तरह की बाइक एंबुलेंस तैयार की है, जो तंग गलियों में भी आसानी से जाकर जरूरतमंद लोगों को स्वास्थ्य सहायता उपलब्ध करा सकेगी। इसे बनाने के लिए मैंने एक हीरो ग्लैमर बाइक का इस्तेमाल किया है। इस एंबुलेंस के माध्यम से अब तक मैंने दर्जनों लोगों की मदद की है और 20 से अधिक लोगों को अस्पताल पहुंचाया है। मेरी यह पहल आने वाले समय में और भी लोगों को नई राह दिखाएगी।
‘राजा एंबुलेंस’ रखा है नाम
इस एंबुलेंस का नाम मैंने ‘राजा एंबुलेंस’ रखा है। इसकी खास बात यह है कि इसके बगल में एक बॉक्स बनाया गया है, जिसमें एक छह फीट का बेड लगाया गया है। इस पर मरीज को एंबुलेंस की तरह सुलाकर एक स्थान से दूसरे स्थान तक आसानी से कम समय में पहुंचाया जा सकता है। साथ ही इसमें मरीज के इलाज के लिए दवाएं और स्वास्थ्य संबंधी उपकरण भी रखे जाते हैं।
एक रुपये लेते हैं शुल्क
इस बाइक एंबुलेंस सेवा के लिए मैं लोगों से मात्र एक रुपये शुल्क लेता हूं। जरूरतमंदों के लिए यह एंबुलेंस सेवा 24 घंटे उपलब्ध रहती है। इसके लिए मैंने दो मोबाइल नंबर भी जारी कर रखे हैं। फिलहाल मैं खुद ही बाइक एंबुलेंस चलाता हूं। आज मेरी इस पहल की लोग काफी सराहना कर रहे हैं, जिससे मुझे बहुत खुशी होती है और इस दिशा में और अच्छा करने की शक्ति मिलती है।
लोगों की सेवा ही है लक्ष्य
मेरे शहर में सरकारी अस्पताल के अलावा कई नर्सिंग होम और जांच घर हैं। मरीज को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल या जांच घर तक ले जाने में काफी परेशानी होती है। निजी एंबुलेंस वाले मनमाना किराया वसूलते हैं। इस समस्या के समाधान के लिए आने वाले समय में मैं और भी बाइक एंबुलेंस तैयार करूंगा, जिससे इस पूरे इलाके में अधिक से अधिक लोगों की मदद की जा सके।