देर से हुई बुवाई, इसलिए सब्जियों पर महंगाई
गाजियाबाद। इस बार सर्दियों में भी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं, जबकि हर साल ठंड के सीजन में सब्जियां काफी सस्ती होती हैं। कई ऐसी सब्जियां भी हैं, जो बाजार में बेहद कम दिखाई दे रही हैं। सब्जी मंडी एसोसिएशन की मानें तो इस बार अक्तूबर तक हुई बारिश के कारण बुवाई देरी से हुई। जिसके कारण इस बार बाजार में सब्जियां 20 दिन देरी से आईं। इसके साथ ही शुरूआत में ठंड कम पड़ने से भी सब्जियों की उपज पर फर्क पड़ा है। मटर, गाजर जो ठंड में बाजार में खूब दिखाई देती है, वह भी इस बार गायब हैं या बहुत कम बिकती नजर आ रही हैं।
गाजियाबाद मंडी एसोसिएशन वेलफेयर के अध्यक्ष श्रीपाल यादव का कहना है कि अधिकतर सब्जियों की बुवाई सितंबर के अंत में होती है, लेकिन इस बार अक्तूबर तक बारिश पड़ी। इस कारण आलू, गाजर, मटर सबकी बुवाई देरी से हुई। इस कारण जो सब्जियां नवंबर के अंत तक बाजार में आ जाती थीं, वह अब 20 दिसंबर के बाद आईं। देरी से आने के कारण यह महंगी हैं। वेस्ट यूपी की मटर तो जनवरी, फरवरी तक आएगी लेकिन इस समय जो मटर आती है, वह पंजाब, हिमाचल और अब तो राजस्थान से भी आ रही है। गाजर भी पहाड़ी क्षेत्रों और राजस्थान से आ रही है, लेकिन बारिश के वजह से सब जगह बुवाई देरी से हुई। इस कारण सब्जियां गायब हैं और महंगी हैं। दूसरा मुख्य कारण ठंड कम पड़ना है। शुरुआत में ठंड पड़ने से गाजर, मूली, मटर, गोभी, आलू और सभी प्रकार के साग की बढि़या उपज होती है, लेकिन ठंड कम पड़ने से सभी सब्जियों की पैदावार प्रभावित हुई है। अब जब वेस्ट यूपी का आलू, मटर और गाजर बाजार में आ जाएंगे। तब सब सस्ते हो जाएंगे। हापुड़, पिलखुवा, अलीगढ़, शिकारपुर आदि बेल्ट में खूब आलू होता है, जिसके आने के बाद दाम घटेंगे।
इस बार शादियों में भी कम बना गाजर का हलवा, बेस्वाद आ रही गाजर
बच्चन कैटरिंग के रामवचन ने बताया कि उन्होंने इस बाद छह शादियों में खाना बनाया, लेकिन गाजर का हलवा केवल एक में बना। उनका कहना है कि एक तो गाजर महंगी है। हर बार यह 20 रुपये किलो रहती थी, इस बार 40 से 50 रुपये किलो तक बिक रही है, वो भी मीठी नहीं है। इस कारण हलवे में स्वाद नहीं आ रहा है। लोग इसे बनवाने में परहेज कर रहे हैं।
दिल्ली से गायब है गाजर
बंगलुरु में रहने वाली नीता ने बताया कि हर बार हमारे यहां दिल्ली से गाजर आती है। सब्जी वाले उसे दिल्ली कैरेट कहते हैं लेकिन इस बार गाजर यहां दिल्ली से गाजर नहीं आ रही है। ठंड में बिकने वाली मटर और गाजर बहुत कम आ रही और इसके दाम भी अधिक हैं।
फुटकर में सब्जियों के दाम
मटर - 70 से 80 रुपये किलो
आलू - 30 रुपये किलो
टमाटर - 30 रुपये किलो
प्याज - 50 रुपये किलो
फूल गोभी - 30 रुपये किलो
गाजर - 40 से 50 रुपये किलो
कद्दू - 40 रुपये किलो
बींस - 80 रुपये किलो
लहसुन - 400 रुपये किलो
नोट - दाम फुटकर विक्रेता पर आधारित हैं