नई दिल्ली । चुनावी रणनीतिकार पीके उर्फ प्रशांत किशोर और कांग्रेस के बीच 36 का आंकड़ा हो, पर उनके एक सहयोगी को कांग्रेस ने पार्टी की एक बड़ी जिम्मेदारी दी है। सूत्रों की मानें तो आई-पीएसी के हिस्से के रूप में प्रशांत किशोर के साथ काम करने वाले सुनील कानुगोलु को कांग्रेस ने भविष्य के चुनावों में पार्टी के लिए प्रचार अभियान की अहम जिम्मेदारी सौंपी है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ बैठक के बाद कानुगोलु को यह भूमिका दी गई है।
सूत्रों ने बताया कि कानुगोलु पार्टी की तरफ से 2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों की देखरेख करेंगे। कानुगोलू को भी चुनावी रणनीति और प्रचार अभियान का अच्छा खासा अनुभव है और वे इससे पहले प्रशांत किशोर के सहयोगी के तौर पर बीजेपी, डीएमके, एआईएडीएमके और अकाली दल के साथ काम कर चुके हैं। बता दें कि पश्चिम बंगाल चुनाव में भी टीएमसी के लिए प्रशांत किशोर ने ही रणनीति तैयार की थी। पार्टी की राज्य में धमाकेदार जीत के बाद प्रशांत किशोर ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ बातचीत की थी। इस बातचीत में पीके के लिए कांग्रेस की सदस्यता को लेकर विचार हुआ था, लेकिन बाद में यह चर्चा थम गई। प्रशांत किशोर का बिहार की नीतीश कुमार की पार्टी के साथ भी राजनीतिक संबंध था लेकिन यह बेहद कम समय तक रहा।
कांग्रेस और प्रशांत किशोर के बीच वार्ता खत्म होने का उजागर तब हुआ जब पीके ने सीधे तौर पर कांग्रेस के नेतृत्व पर सवाल उठाया। इतना ही नहीं पिछले कई महीनों में पीके ने राहुल गांधी को लेकर भी कई बड़े हमले किए हैं। प्रशांत किशोर जिस तरह से चुनावी रणनीतिकार के तौर पर पार्टियों से दूरी बना रहे हैं उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह भविष्य में राजनीति के मैदान में उतर सकते हैं।