बापू की पुण्यतिथि सांप्रदायिक सद्भाव के रूप में मनाई

साहिबाबाद। ज्ञानपीठ केन्द्र 1, स्वरुप पार्क जीटी रोड स्थित समाजवादी पार्टी के महानगर कार्यालय में बृहस्पतिवार को राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की पुण्यतिथि “सांप्रदायिक सद्भाव” दिवस के रूप में मनाई गई। यह समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष वीरेन्द्र यादव एडवोकेट के नेतृत्व में आयोजित की गई ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजवादी पार्टी साहिबाबाद विधानसभा अध्यक्ष सरदार अवतार सिंह काले ने किया। संचालन प्रेमचन्द पटेल और धीरेन्द्र यादव इंजीनियर ने किया। कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों ने महात्मा गाँधी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया। इस मौके पर प्रयागराज महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की मौत पर गहरा दुख जताया गया और जांचकर दोषियों के विरुद्ध आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई। मेले में घायलों के शीघ्र स्वस्थ्य होने की कामना की गई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाजवादी चिन्तक, शिक्षाविद राम दुलार यादव ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का सादगी, सरलता, सत्य, अहिंसा, मितव्यता का जीवन सभी धर्मों के लोगों के लिए आदर्श प्रस्तुत करता है। यह सांप्रदायिक सद्भाव, अनेकता में एकता का विचार का मार्ग प्रशस्त करता है। उन्होंने कहा है कि “मेरा जीवन ही मेरा संदेश है”। उनका मानना था कि सत्य ही धर्म और ईश्वर है, लेकिन आज झूठ और लूट की अंतहीन यात्रा चल रही है। जनता दिग्भ्रमित हो गयी है, वह घोर अन्धकार, पाखंड में उलझ गयी है, किस पर विश्वास करे, वह अनिर्णय की स्थिति में पहुँच गयी है। पूर्ण आजादी के 75 वर्ष बाद भी हम महात्मा गाँधी के सपनों का भारत नहीं बना पाए। देश की आधी से अधिक आबादी अशिक्षित, अज्ञानी, अंतिम पायदान पर जीवन यापन कर रही है। गरीबी, बेरोजगारी, बेकारी, महंगाई से जनता बेहाल है। हर वर्ग निराशाजनक जीवन जीने को मजबूर है, झूठा सब्जबाग दिखाया जा रहा है। आज भी राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के विचार और दर्शन से हम राजनैतिक, सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक और अध्यात्मिक प्रगति कर सकते हैं। उन्होंने सत्य, अहिंसा, सत्याग्रह के पुजारी को नमन करते हुए कहा कि हम सब संकल्प लेते हैं कि सभी देशवासियों का सम्मान अंतिम सांस तक करेंगे, यही राष्ट्रपिता को सच्ची श्रद्धांजलि है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से इंजीनियर धीरेन्द्र यादव, विक्की ठाकुर, सुरेन्द्र यादव, जग्गू यादव, सरदार अवतार सिंह काले, सुरेश कुमार भारद्वाज, प्रेम चन्द पटेल, दिलीप यादव, मंजीत सिंह, अमर बहादुर, सुभाष यादव, हरिकृष्ण, शिवम् पाण्डेय आदि कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।