शकुनशास्त्र में अच्छे और बुरे दोनों प्रकार के शकुनों के बारे में बताया गया है। ये शकुन भविष्य में आपके साथ होने वाले अच्छे या बुरे के बारे में बताते हैं। शकुनशास्त्र में छिपकली के गिरने के बारे में भी बताया गया है कि कुछ अंगों पर छिपकली गिरने से बड़ा लाभ मिलता है लेकिन कुछ ऐसे भी अंग हैं जहां छिपकली गिरे तो अच्छा नहीं माना जाता है, कहते है व्यक्ति को कष्ट और धन की परेशानी का सामना करना पड़ता है। ज्यादातर लोग छिपकली से डरते हैं या फिर दूर भागते हैं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि छिपकली आपके जीवन में आने वाली खुशहाली के शुभ संकेत दे सकती है। तो आइए जानते हैं कि शरीर के किन अंगों पर छिपकली गिरने का क्या मतलब होता है?

जानिए छिपकली का शरीर के किन अंगों पर गिरना होता है शुभ/ अशुभ -

ज्योतिष शास्त्रों की मानें तो सिर पर छिपकली का गिरना बहुत शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि अगर किसी भी इंसान के सिर पर छिपकली गिर जाए तो उसे राज्य में हमेशा सम्मान मिलता है। उसकी पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है।

माथे पर छिपकली गिरने से व्यक्ति की किसी खास से मुलाकात होती है। जो एक बेहद ही प्यारा अनुभव होता है। मतलब जिसके भी माथे पर छिपकली गिरती है उसे सुख की प्राप्ति जरूर होती है। बहुत बार तो ऐसा भी देखा गया है जब कई साल बीत जानें के बाद भी किसी अपने से मुलाकात नहीं हुई और छिपकली माथे पर गिर जाए तो उससे जल्द ही मुलाकात हो जाती है।

ज्योतिषियों के अनुसार होंठ पर छिपकली गिरना सबसे ज्यादा शुभ माना गया है। बताया जाता है नीचे वाले होंठ पर छिपकली गिरे तो व्यक्ति तो धन लाभ होता है। जबकि अगर ऊपर वाले होंठ पर छिपकली गिरे तो धन हानि होना तय होता है।

पेट पर छिपकली गिरने का मतलब आभूषणों में वृद्धि होने से होता है। इसके अलावा यदि किसी भी व्यक्ति की जांघ पर छिपकली गिर जाती है तो यह भी शुभ फल देती है। क्योंकि इससे अचानक धन लाभ की स्थिति बन जाती है।

यदि सुबह बिस्तर से उठते वक्त व्यक्ति की नजर दीवार पर ऊपर की ओर चढ़ती हुई छिपकली पर पड़ जाए तो शुभ शकुन माना जाता है। इसका अर्थ यह है कि उस छिपकली का ऊपर की ओर चढ़ना व्यक्ति की उन्नति का परिचायक है।

दाहिनी आंख पर छिपकली गिरने पर किसी अच्छे दोस्त से मिलेंगे जबकि बाईं आंख पर छिपकली गिरने से जल्दी ही कोई बड़ा नुकसान होने का संकेत मिलता है।

दाढ़ी पर छिपकली गिरने से किसी बड़े और भयावह संकट का सामना करना पड़ सकता है।

मूंछ पर छिपकली गिरने से सम्मान की प्राप्ति होती है।

गर्दन पर छिपकली गिरने से सौभाग्य तथा यश मिलता है।

कंठ पर छिपकली गिरने पर शत्रुओं का नाश होता है।

दाहिने कंधे पर छिपकली गिरने से वाद-विवाद, युद्ध में विजय मिलती है जबकि बाएं कंधे पर छिपकली गिरने पर नए शत्रु बनते हैं।

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दाहिने हाथ पर छिपकली गिरने पर धन लाभ तथा बाएं हाथ पर गिरने पर धनहानि होती है।

दाहिनी हथेली पर छिपकली गिरने से नए वस्त्रों की प्राप्ति होती है जबकि बाईं हथेली पर गिरने पर धनहानि होती है।

छाती के दाहिनी ओर छिपकली गिरने पर नई खुशियां मिलती है जबकि बाई छाती पर गिरने से घर में क्लेश होता है।

नए घर में प्रवेश करते समय यदि गृहस्वामी को छिपकली मरी हुई व मिट्टी लगी हुई दिखाई दे तो उसमें निवास करने वाले लोग रोगी हो सकते हैं। इस अपशकुन से बचने के लिए पूरे विधि विधान से पूजन करने के बाद ही नए घर में प्रवेश करना चाहिए।

अगर छिपकली लड़ती दिखे तो किसी दूसरे से झगड़ा संभव है ओर अलग होती दिखे तो किसी प्रियजन से बिछुड़ने का दुख सहन करना पड़ सकता है।

शकुन शास्त्र के अनुसार दिन में भोजन करते समय यदि छिपकली का बोलना सुनाई दे शीध्र ही कोई शुभ समाचार मिल सकता है या फिर कोई शुभ फल प्राप्त हो सकता है। हांलाकि ये घटना बहुत कम होती है क्योंकि छिपकली अघिकांश रात के समय बोलती हैं।