​दिल्ली। कहते हैं देने वाला जब भी देता, देता छप्पर फाड़ के। कुछ ऐसा ही हुआ चिली के एक शख्स के साथ, जिन्हें पिता की 62 साल पुरानी पासबुक ने रातोंरात करोड़पति बना दिया। पहले तो उसने इसे रद्दी समझकर नजरअंदाज किया, लेकिन फिर जिज्ञासा हुई और उसने पासबुक को अच्छे से देखा तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। पासबुक में दर्ज राशि और उस पर सालों से चढ़ते ब्याज ने उसे मालामाल कर दिया।
चिली के एक्सेक्विएल हिनोजोसा जो अपने पिता की मौत के करीब 10 साल बाद उनके पुराने सामान को छांट रहे थे। सफाई के दौरान उन्हें पिता की 62 साल पुरानी बैंक पासबुक मिली। यह पुराने कागजों के ढेर में पड़ी थी। पहले तो उन्होंने सोचा कि यह अब किसी काम की नहीं, लेकिन जब उन्होंने इसे उठाकर झाड़कर गौर से देखा और तो वह हैरान रह गया। उस पर एक शब्द लिखा था "स्टेट गारंटी"। यही वह क्लू था, जिसने उनकी जिंदगी बदल दी। पासबुक पर जो 'स्टेट गारंटी' लिखा था, इसका मतलब था कि अगर बैंक विफल हो जाता है, तो सरकार पैसे वापस कर देगी। हिनोजोसा को उम्मीद थी कि सरकार पैसे वापस कर देगी। बैंक बंद, लेकिन भरोसा जिंदा रहा, हिनोजोसा के पिता ने 1960-70 के दशक में उस बैंक में करीब 1.4 लाख रुपये (पुरानी दर के हिसाब से) जमा किए थे। उस पैसे से वे एक घर खरीदना चाहते थे, लेकिन बैंक सालों पहले बंद हो गया और यह पैसा कभी निकाला नहीं गया। हिनोजोसा को उम्मीद थी कि "स्टेट गारंटी" के तहत सरकार इस पैसे को लौटाएगी। उन्होंने जब सरकार से पैसे की मांग की, तो शुरुआत में उन्हें मना कर दिया गया।
अदालत ने दिलाया न्याय 
सरकारी इनकार के बाद हिनोजोसा ने हार नहीं मानी और कानूनी रास्ता अपनाया। मामला अदालत पहुंचा और लंबी सुनवाई के बाद अदालत ने फैसला हिनोजोसा के पक्ष में सुनाया। अदालत ने माना कि "स्टेट गारंटी" वैध है और सरकार को पैसे लौटाने होंगे-वो भी ब्याज के साथ। 
आदेश के बाद मालामाल हुआ
अदालती आदेश के बाद सरकार ने हिनोजोसा को 1.2 मिलियन डॉलर यानी करीब 10.27 करोड़ रुपये लौटाए। इस अप्रत्याशित इनाम ने उन्हें रातों-रात करोड़पति बना दिया।