भोपाल: मध्य प्रदेश में पुलिस को खटारा डायल 100 से मुक्ति मिलने वाली है. जल्द ही सरकार पुलिसकर्मियों को नए लग्जरी वाहन देने जा रही है. अब तक यह गाड़ी नेताओं की पसंदीदा गाड़ी मानी जाती रही है, लेकिन अब इसका इस्तेमाल थानों में पुलिसकर्मी करेंगे. विभाग के अधिकारयों ने बताया कि डायल 100 की सेवाएं समाप्त होने वाली है. ऐसे में नई एजेंसी को काम दिया गया है. जल्द ही मध्य प्रदेश पुलिस 1200 नए वाहन मिलने जा रहे हैं.

डायल 100 हो जाएगी डायल 112

मध्य प्रदेश पुलिस ने अब फर्स्ट रिस्पांस व्हीकल यानि एफआरवी का नाम बदलकर डायल 100 की जगह डायल 112 कर दिया गया है. यानि अब आपको पुलिस की सहायता के 112 पर कॉल करना पड़ेगा. बता दें कि ऐसा इसलिए किए गया है कि जिससे पीड़ित व्यक्ति कम समय में पुलिस को कॉल कर सके. यह यूरोपीय देशों की तर्ज पर किया गया है. वहां इमरजेंसी का नंबर 112 है.

दरअसल मोबाइल के कीपैड में 112 दबाना अधिक आसान होता है, क्योंकि ये शुरु में होते हैं, जबकि 100 दबाने के लिए एक के बाद आखिरी में 0 तक जाना पड़ता है, जिससे कॉल करने में समय अधिक लगता है.

972 करोड़ से होगी 1200 एफआरवी की खरीदी

मध्य प्रदेश पुलिस ने इस बार प्रदेश में एफआरवी संचालन का जिम्मा ईएमआरआई ग्रीन को दिया है. इसके तहत पुलिस 1200 नई एफआरवी खरीदने जा रही है. इसकी अनुमानित लागत करीब 1200 करोड़ रुपये है. मध्य प्रदेश पुलिस दूरसंचार शाखा के एसपी विजय खत्री ने बताया कि "ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विसेस को प्रदेश में नई एफआरवी चलाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. संभवतः 7 से 8 जुलाई तक पुलिस विभाग को सभी 1200 एफआरवी उपलब्ध करा दी जाएगी. यदि इसमें देरी होती है, तो कंपनी को नियमानुसार जुर्माना भी भरना पड़ेगा."

बीते 10 सालों से सेवाएं दे रही थी डायल 100

मध्य प्रदेश में डायल-100 की शुरुआत 1 नवंबर 2015 को हुई थी. पुलिस विभाग ने आपूर्तिकर्ता के साथ ओएंडएम (ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस) 5 साल का अनुबंध किया था, जो बीते 21 मार्च 2020 को समाप्त हो गया. इसके बाद बीवीजी कंपनी को पिछले 5 साल में 8 बार सेवा विस्तार दिया गया. जबकि साल 2021, 2022 और 2023 में भी 3 बार टेंडर हुए, लेकिन कंपनियों की भागीदारी कम होने से इसे कैंसिल कर दिया गया. इसके बाद जनवरी 2024 का निकाला टेंडर भी कैंसिल कर दिया.

प्रतिदिन 5 हजार लोगों को मिलती है सुविधा

बता दें कि बीते 10 सालों में डायल 100 मध्य प्रदेश में सेवाएं दे रही है. अब तक इसमें 8.70 करोड़ फोन कॉल्स आए हैं. जबकि इन सालों में डायल-100 प्रदेश के 1.88 करोड़ लोगों तक पहुंची है, यानि हर दिन एफआरवी 5000 स्पाट तक पहुंचती है. बीते 10 सालों में 2.11 लाख सीनियर सिटीजन और 18.76 लाख महिलाओं की एफआरवी ने मदद की. जबकि 11.89 लाख सड़क हादसों तक एफआरवी पहुंची.

 

स्कार्पियों की सवारी करेंगे पुलिसकर्मी

मध्य प्रदेश पुलिस डायल-112 के लिए 1200 एफआरवी खरीद रही है. इसमें शहरी क्षेत्रों के लिए 600 स्कार्पियों-एन और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए बोलेरो नियो प्लस गाड़ियां खरीदी जाएंगी. इन वाहनों में स्ट्रेचर, मोबाइल डेटा टर्मिनल, डैश बोर्ड कैमरा होगा. इसके साथ ही एफआरवी में नियुक्त पुलिसकर्मियों को बॉडी वार्न कैमरे उपलब्ध कराए जाएंगे.

डायल 112 के सर्विलासं सिस्टम की नए भवन में शिफ्टिंग होगी. यहां बने कंट्रोल सेंटर में 100 कॉल अटेंड करने वाले भी रहेंगे. जिससे एक बार में 100 लोगों की समस्या सुनी जा सकेगी.