नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा में रहने वाली 5 साल 4 महीने की सांची भाटिया ने कुछ ऐसा करके दिखाया जो इस उम्र के बच्चे के लिए किसी कारनामे से कम नहीं है. सांची भाटिया ने आम बच्चों की तरह A से Z तक शब्द पढ़ने की जगह Z से A तक रिवर्स में पढ़कर एक रिकॉर्ड बनाने का काम किया है. इस बच्ची के माता-पिता का कहना है कि हमें बच्ची के इस अनोखी प्रतिभा को देखकर काफी गर्व महसूस होता है. पिता जहां एक प्राइवेट नौकरी में है, वही मां सरकारी विद्यालय में शिक्षिका के रूप में तैनात है .

बच्ची नोएडा के सेक्टर 119 स्थित एक स्कूल में पढ़ती है, वह सेक्टर 120 में रहती है. परिजनों ने बच्ची की प्रतिभा के बारे में बताया बच्ची मात्र 4 सेकंड में रिवर्स वर्ड पढ़ने का रिकॉर्ड बनाया है, जिसमें उसे इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराते हुए इतिहास रचने का काम किया है

नोएडा की सांची का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज 

नोएडा के सेक्टर 119 स्थित द मिलेनियम स्कूल की प्रतिभाशाली छात्रा सांची अपने परिवार के साथ नोएडा के सेक्टर 120 स्थित आम्रपाली जोडिएक में रहती हैं. सांची भाटिया ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज कराकर कम उम्र में ही अपनी पहचान बनाई है. महज 5 साल 4 महीने की उम्र में सांची ने अंग्रेजी वर्णमाला को उल्टे क्रम (Z से A) में मात्र 4 सेकंड में सुनाने का अनोखा कारनामा कर दिखाया.

8 अप्रैल 2025 को उन्हें आईबीआर अचीवर पुरस्कार से सम्मानित

27 फरवरी 2025 को उनकी उपलब्धि को आधिकारिक तौर पर मान्यता दी गई और 8 अप्रैल 2025 को उन्हें आईबीआर अचीवर पुरस्कार से सम्मानित किया गया. रिकॉर्ड के समय केजी की छात्रा सांची अब कक्षा 1 में पहुंच गई है. वह अपने स्कूल और घर में साथियों और शिक्षकों के बीच अपने जीवंत व्यक्तित्व और नए दोस्त बनाने के लिए जानी जाती हैं.

सांची भाटिया को सांसद डॉ.महेश शर्मा ने किया सम्मानित

 सांची भाटिया को स्थानीय सांसद डॉक्टर महेश शर्मा द्वारा भी सम्मानित किया गया . साथ ही जिला अधिकारी गौतम बुद्ध नगर मनीष वर्मा ने भी प्रमाण पत्र देकर सम्मानित करने का काम किया है. सांची भाटिया के पिता गौरव भाटिया का कहना है कि बेटी की प्रतिभा को देखकर हमें खुशी हुई और हमने उसे प्रोत्साहित किया और आज सांची ने अपने दम पर इस मुकाम को हासिल किया है.

इंडिया बुक का रिकॉर्ड में नाम दर्ज करने वाली सांची के घरवाले खुश

सांची भाटिया के परिजनों का कहना है कि इंडिया बुक का रिकॉर्ड में नाम दर्ज करने वाली सांची भाटिया के पिता गौरव भाटिया और मां चंचल भाटिया का कहना है कि सांची अभी से टीचर बनने की बात करती है, पर हम उसके किसी भी प्रतिभा पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाने वाले. वह पढ़ाई जहां तक करना चाहती है वहां तक हम करायेंगे और जिस क्षेत्र में वह जाना चाहेगी, उसे प्रोत्साहित कर ले जाएंगे.

सांची के माता- पिता को उस पर बहुत गर्व है

उन्होंने यह भी बताया कि हर मां बाप की यह तमन्ना होती है कि उसका बच्चा काफी टैलेंट वाला हो और आज सांची के इस टैलेंट के चलते हमें काफी गर्व महसूस हो रहा है. हमें सांची की पढ़ाई और परवरिश बेहतर तरीके से करनी है. ताकि वह जिस मुकाम पर आज कम उम्र में पहुंची है, आने वाले भविष्य में इससे और बड़े मुकाम हासिल करें. उन्होंने बताया कि सिर्फ नोएडा NCR से ही लोगों द्वारा बधाइयाँ नही दी जा रही है, बल्कि देश के कोने कोने से बधाइयाँ आ रही है.