आरआरटीएस कॉरिडोर के लिए किफायती बिजली की खरीद के लिए एनसीआरटीसी ने पीटीसी इंडिया के साथ किया करार

गाजियाबाद। एनसीआरटीसी ने आरआरटीएस कॉरिडोर के लिए कम लागत वाली बिजली की खरीद के लिए पावर ट्रेडिंग कॉरपोरेशन (पीटीसी) इंडिया के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस करार से एनसीआरटीसी को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, मोदीपुरम, शताब्दी नगर और मुरादनगर में स्थित अपने रिसीविंग सबस्टेशनों (आरएसएस) के साथ-साथ दिल्ली में सराय काले खां में पावर एक्सचेंजों के माध्यम से अपनी बिजली की आवश्यकता को पूरा करने में सहयोग मिलेगा। इस समझौते का लक्ष्य आरआरटीएस की समग्र बिजली लागत को कम करना है।
एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक शशलभ गोयल और पीटीसी के सीएमडी मनोज झावर की उपस्थिति में इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते के तहत, एनसीआरटीसी न केवल आरआरटीएस के लिए कम लागत वाली बिजली हासिल करेगा, बल्कि एनसीआरटीसी की ससटेनबिलिटी को भी सुनिश्चित करेगा। वर्तमान में दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर को चरणबद्ध तरीके से संचालित किया जा रहा है। एनसीआरटीसी अपनी उच्च गति वाली और अत्याधुनिक नमो भारत ट्रेनों के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए बिजली पर निर्भर है। बिजली की लागत को कम करना एनसीआरटीसी का मुख्य लक्ष्य है, क्योंकि ऊर्जा व्यय इसके परिचालन व्यय का लगभग 30-35% है।
ऊर्जा लागत को कम करने के प्रयास किए जा रहे
एनसीआरटीसी वर्तमान में डिस्कॉम से बिजली प्राप्त कर रहा है और बिजली एक्सचेंजों के माध्यम से ऊर्जा लागत को कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं बशर्ते कि समग्र टैरिफ डिस्कॉम के ऊर्जा शुल्क से कम हो। पीटीसी इंडिया, बिजली एक्सचेंज व्यवसाय में व्यापक अनुभव के साथ इस प्रयास में एनसीआरटीसी की सहायता करेगा, जिससे एक विश्वसनीय और निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करते हुए लागत को कम करने में मदद मिलेगी। पीटीसी ने पहले भी विभिन्न संगठनों को इसी तरह की ऊर्जा प्रबंधन सेवाएं प्रदान की हैं।
एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक शशलभ गोयल ने कहा, "आरआरटीएस जैसी बड़ी लागत वाली परियोजना को दीर्घावधि में सस्टेनेबल होना चाहिए। हमें अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं के प्रबंधन में पीटीसी इंडिया के साथ साझेदारी करके खुशी हो रही है। एनसीआरटीसी अभिनव और सस्टेनेबल समाधान खोजने के लिए प्रतिबद्ध है। यह समझौता कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए हरित ऊर्जा सहित विश्वसनीय और लागत प्रभावी बिजली हासिल करने के हमारे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।"
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर जून 2025 तक संचालित करने का लक्ष्य
यह समझौता एनसीआरटीसी की अपने आरआरटीएस कॉरिडोर के कुशल संचालन को सुनिश्चित करने के लिए अभिनव तरीकों को अपनाने की व्यापक रणनीति का हिस्सा है। पीटीसी इंडिया एनसीआरटीसी के व्यापारिक भागीदार के रूप में कार्य करेगा, बिजली खरीद की सुविधा प्रदान करेगा और सभी ऊर्जा आवश्यकताओं का प्रबंधन करेगा। पावर ट्रेडिंग का चरणबद्ध कार्यान्वयन दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के पहले से चालू खंड से शुरू होगा, जिसे आगे पूर्ण संचालन होने पर विस्तार किया जाएगा। वर्तमान में, साहिबाबाद और मेरठ साउथ के बीच कॉरिडोर का 42 किमी का खंड परिचालित है, जिसमें 9 स्टेशन हैं। मेरठ मेट्रो के साथ-साथ संपूर्ण दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर जून 2025 तक संचालित करने के लक्ष्य पर एनसीआरटीसी कार्य कर रहा है। एनसीआरटीसी एक आधुनिक, सतत और कुशल परिवहन नेटवर्क बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और यह सहयोग इस यात्रा में एक महत्वपूर्ण माइलस्टोन है।