नई दिल्ली । दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो चुका है। उपराज्यपाल वीके सक्सेना के अभिभाषण के दौरान भाजपा विधायक ने बारी-बारी से टोका टोकी शुरू कर दी। जिसके बाद दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल भी उन्हें बारी-बारी से सदन से मार्शल आउट कर रहे हैं। भाजपा के पांच विधायकों को सदन से बाहर कर दिया गया है। साथ ही सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित की गई। वित्त मंत्री आतिशी ने सदन में बताया कि दिल्ली सरकार की ओर से बजट तैयार करने में देरी हुई उपराज्यपाल ने बुधवार को बजट को स्वीकृति दी। अब बजट केंद्र सरकार के पास भेजा जाएगा वहां से स्वीकृति मिलने में करीब 15 दिन समय लगने की संभावना जताई। इस कारण दिल्ली सरकार का बजट फरवरी माह के अंतिम सप्ताह या फिर मार्च माह के प्रथम सप्ताह में पेश होगा। वित्त मंत्री के आग्रह पर विधानसभा के सत्र की अवधि मार्च माह की प्रथम सप्ताह तक बढ़ाने के लिए कहा है। दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र 15 से 20 फरवरी तक चलेगा। इस बार बजट कई मायनों में खास होने वाला है। वर्ष 2047 तक की कार्ययोजना की झलक इस बजट में देखने को मिलेगी। बजट शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन, पर्यटन और पर्यावरण पर केंद्रित रहेगा। दिल्ली को एक धरोहर और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित करने की भी योजना है। साथ ही, बसों के सभी डिपो को विद्युतकरण के साथ ही ई-वाहन पर भी बजट में योजनाएं देखने को मिलेंगी। बजट की तैयारी सरकार एक महीने से कर रही है। पिछले महीने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बजट को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की थी। इसमें बजट की प्राथमिकताओं पर विस्तृत चर्चा हुई थी। दिल्ली के सभी हित धारकों से सुझाव बजट तैयार करने के लिए लिया गया था।